नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाला केस में गिरफ्तार होने के बाद तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल ने एक चिट्ठी लिखी है. तिहाड़ जेल सुपरिटेंडेंट को लिखी चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें अखबार में तिहाड़ जेल प्रशासन का बयान पढ़कर काफी दुख हुआ. तिहाड़ का प्रशासन राजनीतिक दवाब में झूठ बोल रहा है. उन्होंने यह भी लिखा कि वह रोज इंसुलिन मांग रहे हैं. बता दें कि ईडी ने 1 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था.
आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल सुपरिटेंडेंट को खत लिखा है. अपने खत में अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने अखबार में तिहाड़ प्रशासन का बयान पढ़ा. मुझे बयान पढ़कर दुख हुआ. तिहाड़ प्रशासन के दोनों बयान झूठे हैं. मैं तिहाड़ जेल में रोज इन्सुलिन मांग रहा हूं. मैंने गुलुको मीटर की रीडिंग दिखा कर बताया कि दिन में 3 बार शुगर बहुत हाई जा रही है. 250 से 320 के बीच जाती है शुगर.
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अरविंद केजरीवाल ने अपने खत में दावा किया कि एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों ने कभी भी नहीं कहा कि चिंता की कोई बात नहीं. एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि वो डेटा और हिस्ट्री देखकर ही बताएंगे. तिहाड़ का प्रशासन राजनीतिक दवाब में झूठ बोल रहा है. बता दें कि ईडी ने कई समन के बाद अरविंद केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था.
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने चिठ्ठी लिख तिहाड़ जेल पर ऐसे वक्त में आरोप लगाया है, जब तिहाड़ प्रशासन ने रविवार को कहा था कि अरविंद केजरीवाल ने डॉक्टरों के सामने इंसुलिन का मुद्दा उठाया तक नहीं. तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि जेल प्रशासन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एम्स यानी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के वरिष्ठ विशेषज्ञों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की व्यवस्था की, जिसके दौरान न तो अरविंद केजरीवाल ने इंसुलिन का मुद्दा उठाया और न ही चिकित्सकों ने इसका सुझाव दिया.
तिहाड़ प्रशासन ने रविवार को एक बयान में कहा कि एम्स के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केजरीवाल को परामर्श प्रदान किया. एक जेल अधिकारी ने कहा, ‘लगभग 40 मिनट के विस्तृत परामर्श के बाद अरविंद केजरीवाल को आश्वासन दिया गया कि कोई गंभीर चिंता नहीं है और उन्हें निर्धारित दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई, जिसका मूल्यांकन और समीक्षा नियमित रूप से की जाएगी.’